Jyoti Malhotra: पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर का पूरा सच
भारत के साइबर और राष्ट्रीय सुरक्षा इतिहास में एक नया विवाद सामने आया है, जहां हरियाणा की यूट्यूब ट्रैवल क्रिएटर Jyoti Malhotra (ज्योति मल्होत्रा) को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उनके YouTube चैनल “Travel with Jo” (377K सब्सक्राइबर्स) की मासूम यात्रा व्लॉग्स के पीछे छिपे रहस्यों ने सभी को हैरान कर दिया है। यहां जानिए इस केस की पूरी टाइमलाइन, आरोप और ज्योति के बारे में वो सब कुछ जो Google पर सर्च किया जा रहा है।
Jyoti Malhotra कौन हैं? “Travel with Jo” से जासूसी तक का सफर

Jyoti Malhotra, जिन्हें पुलिस रिकॉर्ड में Jyoti Rani भी कहा गया, हिसार (हरियाणा) की रहने वाली हैं। 32 साल की ज्योति ने COVID-19 लॉकडाउन के दौरान अपनी नौकरी खोने के बाद 2021 में YouTube पर ट्रैवल व्लॉगिंग शुरू की। उनके चैनल “Travel with Jo” पर पाकिस्तान, थाईलैंड और बाली जैसे डेस्टिनेशन्स के वीडियोज़ ने उन्हें लोकप्रिय बनाया।
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पारिवारिक पृष्ठभूमि: माँ का बचपन में निधन हो गया। पिता हरियाणा बिजली विभाग से रिटायर हैं।
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कंटेंट स्टाइल: स्थानीय संस्कृति, खानपान और लोगों से बातचीत पर फोकस।
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विवादास्पद यात्राएं: 2023 में पाकिस्तान की दो ट्रिप्स और बाली की यात्रा ने पुलिस का शक पैदा किया।
जासूसी के आरोप: क्या है पूरा मामला?
16 मई 2025 को हिसार पुलिस ने ज्योति को Official Secrets Act, 1923 और Bharatiya Nyaya Sanhita के तहत गिरफ्तार किया। मुख्य आरोप:
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पाकिस्तानी एजेंट्स से संपर्क:
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2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन (दिल्ली) के कर्मचारी Ehsan-ur-Rahim (उर्फ Danish) से मुलाकात।
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पाकिस्तान में ISI के अधिकारियों Ali Ehwan, Shakir और Rana Shahbaz से मीटिंग्स।
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फोन कॉन्टैक्ट्स को “Jatt Randhawa” जैसे फेक नामों से सेव करना।
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संवेदनशील जानकारी लीक:
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भारतीय सैन्य चालों, इन्फ्रास्ट्रक्चर और राजनीतिक गतिविधियों की डिटेल्स एन्क्रिप्टेड ऐप्स (WhatsApp, Telegram) के जरिए शेयर करना।
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पाकिस्तानी हैंडलर्स से फंडिंग और लॉजिस्टिक सपोर्ट लेना।
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सोशल मीडिया का दुरुपयोग:
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“Travel with Jo” वीडियोज़ में पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करना। उदाहरण: कराची को “शांतिपूर्ण शहर” बताना।
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जासूसी नेटवर्क: हरियाणा-पंजाब में फैला रिंग
ज्योति का मामला एक बड़े पाकिस्तान-लिंक्ड स्पाइ रिंग का हिस्सा है:
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6 गिरफ्तारियां: हरियाणा और पंजाब से संदिग्ध गिरफ्तार।
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तरीका: यूट्यूबर्स/पत्रकारों को टार्गेट करना, ट्रैवल व्लॉग्स के बहाने सेंसिटिव एरियाज़ की जानकारी जुटाना।
सोशल मीडिया के खतरे: “Travel with Jo” में क्या था रिस्क?
ज्योति के वीडियोज़ ने पुलिस को कैसे चेताया:
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जियोटैगिंग: राजस्थान बॉर्डर के पास के वीडियोज़।
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ऑडियंस डेमोग्राफिक्स: 18% सब्सक्राइबर्स पाकिस्तान से, जो असामान्य है।
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प्रोपैगैंडा: पाकिस्तान-कश्मीर मुद्दों पर चुप्पी या सॉफ्ट टोन।
परिवार का पक्ष: “झूठे आरोप हैं”
ज्योति के परिवार ने आरोपों को झूठ बताया:
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पिता का बयान: “वह सिर्फ दुनिया की खूबसूरती दिखाना चाहती थी। उसे फंसाया जा रहा है।”
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पड़ोसियों की राय: “शांत स्वभाव की लड़की है, बुजुर्ग पिता की देखभाल करती है।”
भारत-पाकिस्तान तनाव और ऑपरेशन सिंदूर
यह केस ऐसे वक्त सामने आया है जब ऑपरेशन सिंदूर (भारत का पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक) के बाद दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हैं। अप्रैल 2025 में पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले (26 मौतें) के बाद यह ऑपरेशन चलाया गया।
FAQs: पाठकों के सवाल और जवाब
1. ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ सबूत क्या हैं?
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पाकिस्तानी नंबर्स के साथ एन्क्रिप्टेड चैट्स।
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पाकिस्तानी आईपी एड्रेस से जुड़े बैंक ट्रांजैक्शन्स।
2. क्या उनके वीडियोज़ में कोडेड मैसेज थे?
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जांचकर्ता सेंसिटिव लोकेशन्स की जियोटैगिंग और कैमरा एंगल्स की जांच कर रहे हैं।
3. सजा क्या हो सकती है?
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Official Secrets Act: 14 साल की जेल।
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Bharatiya Nyaya Sanhita: उम्रकैद।
4. पुलिस को कैसे पता चला?
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पंजाब पुलिस को एक संदिग्ध के फोन से ज्योति का नाम मिला।
5. क्या अन्य यूट्यूबर्स पर नजर है?
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हां, असामान्य क्रॉस-बॉर्डर एक्टिविटी वाले चैनल्स पर निगरानी।
आगे क्या? Jyoti Malhotra का भविष्य
ज्योति फिलहाल पुलिस कस्टडी में हैं। Economic Offences Wing (EOW) उनके डिवाइस्सेस की फॉरेंसिक जांच कर रही है। केस की बड़ी अपडेट्स:
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पाकिस्तान का रिएक्शन: Ehsan-ur-Rahim को भारत से निकाला गया।
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पब्लिक रिस्पॉन्स: कुछ फैंस उन्हें निर्दोष मानते हैं, तो कुछ सख्त सजा की मांग कर रहे हैं।
निष्कर्ष: डिजिटल दुनिया का अंधेरा पहलू
Jyoti Malhotra का केस सोशल मीडिया की ताकत और खतरों को उजागर करता है। एक तरफ यह युवाओं को स्टार बना सकता है, तो दूसरी तरफ गलत हाथों में यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन जाता है। अदालत का फैसला ही बताएगा कि ज्योति “मासूम ट्रैवलर” थीं या “जानबूझकर जासूसी” कर रही थीं।