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Joe Biden ko Prostate Cancer ka Diagnosis: Trump, Kamala Harris ne Jataye Dard, Janiye Pure Khabar ka Vishleshan

Joe Biden ko Prostate Cancer ka Diagnosis: Trump, Kamala Harris ne Jataye Dard, Janiye Pure Khabar ka Vishleshan


विल्मिंगटन, डेलावेयर — अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को aggressive prostate cancer का निदान हुआ है, जो हड्डियों तक फैल चुका है। 82 वर्षीय बाइडेन के कार्यालय ने रविवार को इसकी पुष्टि की, जिसके बाद देशभर से समर्थन और प्रार्थनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यह खबर उस समय सामने आई है जब बाइडेन पहले से ही urinary symptoms के कारण चिकित्सकीय जांच से गुजरे थे। Gleason score 9 (प्रोस्टेट कैंसर की सबसे गंभीर श्रेणी) के साथ, यह निदान बाइडेन के लिए एक निजी लड़ाई का प्रतीक बन गया है।

राजनीति से ऊपर उठकर: ट्रंप और हैरिस ने जताया समर्थन

राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को पीछे छोड़ते हुए, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) ने बाइडेन के प्रति एकजुटता दिखाई।

ट्रंप ने Truth Social पर लिखा: “मेलानिया और मैं जो बाइडेन (Joe Biden) के कैंसर निदान से दुखी हैं। हम जिल और परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं और जो के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।” यह संदेश चौंकाने वाला रहा, क्योंकि ट्रंप ने 2024 के चुनाव में बाइडेन की उम्र और स्वास्थ्य को लेकर बार-बार मजाक उड़ाया था।

कमला हैरिस ने X (ट्विटर) पर बाइडेन के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा: “डौग और मैं प्रार्थना कर रहे हैं। जो बाइडेन (Biden) एक लड़ाकू हैं—वह इस चुनौती को अपने अदम्य साहस से पार करेंगे।”


क्या है Gleason Score 9? जानें Prostate Cancer की गंभीरता

प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) पुरुषों में दूसरा सबसे आम कैंसर है। Gleason score कैंसर कोशिकाओं की आक्रामकता को 1 से 10 के पैमाने पर मापता है। बाइडेन का स्कोर 9 होने का मतलब है कि कैंसर तेजी से फैलने वाला और घातक है।

यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. बेंजामिन डेवीज के अनुसार: “हड्डियों तक फैला प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) जानलेवा होता है, लेकिन आधुनिक hormone therapies और chemotherapy से मरीजों का जीवनकाल बढ़ाया जा सकता है।” बाइडेन के डॉक्टरों ने बताया कि उनका कैंसर “hormone-sensitive” है, जो इलाज को प्रभावी बना सकता है।

हालांकि, इलाज के साइड इफेक्ट्स—जैसे थकान, याददाश्त कमजोर होना—82 साल के बाइडेन के लिए चुनौतीपूर्ण होंगे।


बाइडेन का स्वास्थ्य इतिहास: पहले भी झेल चुके हैं कैंसर

यह बाइडेन (Joe Biden) का पहली बार कैंसर से सामना नहीं है। 2023 में उनकी छाती से basal cell carcinoma (त्वचा कैंसर) निकाला गया था। 2021 में उनकी आंत से एक पॉलिप भी हटाई गई थी, जो कैंसर में बदल सकती थी।

इस नए निदान ने उनकी सेहत को लेकर पुराने सवालों को फिर से जिंदा कर दिया है। CNN के जेक टैपर और एजियोस के एलेक्स थॉम्पसन की आगामी किताब के अनुसार, बाइडेन के सहयोगी चिंतित थे कि कहीं उन्हें दूसरे कार्यकाल में व्हीलचेयर की जरूरत न पड़ जाए। जून 2024 के एक फंडरेजर में जॉर्ज क्लूनी को न पहचान पाना भी चर्चा का विषय बना।

लेकिन बाइडेन ने हाल ही में ‘द व्यू’ शो में दावा किया: “मेरी याददाश्त पूरी तरह ठीक है। आलोचक गलत हैं।” जिल बाइडेन ने भी उनका समर्थन किया: “वह रातों को भी ब्रीफिंग पढ़ते थे।”

Joe Biden
Joe Biden

बाइडेन परिवार और कैंसर का दर्दनाक नाता

बाइडेन के लिए कैंसर कोई नई बात नहीं। 2015 में उनके बेटे ब्यू बाइडेन का 46 साल की उम्र में brain cancer (ग्लायोब्लास्टोमा) से निधन हो गया था। इसी दुख ने बाइडेन को 2016 में “कैंसर मूनशॉट” योजना शुरू करने के लिए प्रेरित किया, जिसका लक्ष्य 25 साल में कैंसर मृत्युदर 50% कम करना है।

“हम कैंसर को हरा सकते हैं,” बाइडेन ने 2022 में कहा था। आज, जब वे खुद इस बीमारी से लड़ रहे हैं, यह योजना और भी प्रासंगिक हो गई है।


इलाज और आशा की किरण: क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

हालांकि metastatic prostate cancer लाइलाज है, नई दवाएं और radiation therapy मरीजों को सालों तक जीवन दे सकती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बाइडेन के hormone-sensitive कैंसर पर दवाएं जल्द असर दिखा सकती हैं।

बाइडेन फिलहाल डेलावेयर के अपने घर पर हैं और Walter Reed हॉस्पिटल के डॉक्टरों से इलाज के विकल्पों पर चर्चा कर रहे हैं।


जनता की प्रतिक्रिया: #BidenStrong ट्रेंड कर रहा है

सोशल मीडिया पर लाखों लोग #PrayForJoe और #BidenStrong हैशटैग के साथ बाइडेन के लिए समर्थन जता रहे हैं। उनके घर के बाहर लोग फूल और कार्ड्स छोड़ रहे हैं—एक ऐसे नेता के लिए, जिसने जिंदगीभर संघर्षों का सामना किया।


निष्कर्ष
जो बाइडेन (Joe Biden) का prostate cancer diagnosis न सिर्फ एक व्यक्ति, बल्कि पूरी मानवता के लिए कैंसर के खिलाफ लड़ाई का प्रतीक है। उनका संघर्ष और “कैंसर मूनशॉट” की विरासत लाखों लोगों को प्रेरणा देगी।

यह खबर [Thenewsgrid.in] द्वारा विस्तृत रिसर्च और स्रोतों पर आधारित है। अपडेट्स के लिए बने रहें।

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